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सस्ता लोन-EMI पर तीन महीने की छूट, RBI ने कोरोना संकट में खोले राहत के दरवाजे

लॉकडाउन के बीच रिजर्व बैंक ने उम्मीद के मुताबिक रेपो रेट में कटौती की है. रेपो रेट की यह कटौती आरबीआई इतिहास की सबसे बड़ी है.

EMI पर भी मिल सकती है राहत EMI पर भी मिल सकती है राहत
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 11:45 PM IST

  • रेपो रेट 5.15 फीसदी से घटकर 4.45 फीसदी पर आया
  • EMI दे रहे लोगों को 3 महीने तक के राहत की सलाह

लॉकडाउन के बीच देश की इकोनॉमी को बूस्ट देने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी के तहत रिजर्व बैंक ने भी राहत के दरवाजे खोल दिए हैं. आरबीआई ने रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.15 से घटकर 4.45 फीसदी पर आ गई है.

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वहीं बैंकों से लोन की ईएमआई दे रहे लोगों को 3 महीने तक के राहत की सलाह दी है. यहां बता दें कि आरबीआई ने आदेश नहीं, सिर्फ सलाह दी है. कहने का मतलब ये ​है कि अब गेंद बैंकों के पाले में है. आसान भाषा में समझें तो बैंकों को अब तय करना है कि वो आम लोगों को ईएमआई पर छूट दे रहे हैं या नहीं.

- इसके साथ ही बैंक ही ये तय करेंगे कि वो कौन से लोन पर ईएमआई की छूट दे रहे हैं. मतलब ये कि रिटेल, कमर्शियल या अन्य तरह के लोन लेने वाले लोगों के लिए अब भी एक तरह का कन्फ्यूजन बना हुआ है.

- बहरहाल, आरबीआई की रेपो रेट कटौती का फैसला ऐतिहासिक है. यह कटौती आरबीआई इतिहास की सबसे बड़ी है. बता दें कि बीते दो मौद्रिक समीक्षा बैठक में आरबीआई ने रेपो रेट को लेकर कोई फैसला नहीं लिया था.

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-रेपो रेट कटौती का फायदा होम, कार या अन्य तरह के लोन सहित कई तरह के ईएमआई भरने वाले करोड़ों लोगों को मिलने की उम्मीद है. इसके साथ ही नए लोन लेने वाले ग्राहकों को भी फायदा मिलेगा. इसके साथ ही आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट में भी 90 बेसिस प्वाइंट कटौती करते हुए 4 फीसदी कर दी है.

- हालांकि, आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ रेट और महंगाई रेट को लेकर आंकड़े नहीं जारी किए हैं ये पहली बार है जब आरबीआई ने आंकड़े पेश नहीं किए हैं.

-आरबीआई गवर्नर ने बताया कि कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती करके 3 प्रतिशत कर दिया गया है. यह एक साल तक की अवधि के लिए किया गया है.

-आरबीआई गवर्नर के मुताबिक सभी कमर्शियल बैंकों को ब्याज और कर्ज अदा करने में 3 महीने की छूट दी जा रही है. इस फैसले से 3.74 लाख करोड़ रुपये की नकदी सिस्टम में आएगी.

-आरबीआई गवर्नर ने इसके साथ ही लोगों से डिजिटल बैंकिंग की सलाह दी है.उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि बैंकिंग सिस्टम सुरक्षित और मजबूत है.

पीएम मोदी ने बताया बड़ा कदम

पीएम नरेंद्र मोदी ने आरबीआई के फैसले को इकोनॉमी के लिए अहम बताया है. उन्होंने कहा कि RBI ने हमारी अर्थव्यवस्था को कोरोनावायरस के प्रभाव से बचाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं. इन घोषणाओं से तरलता में सुधार होगा, बचत होगी, मध्यम वर्ग और कारोबारी वर्ग को मदद मिलेगी.

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

जेआरके स्टॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ बीरेंद्र जैन ने बताया कि आरबीआई के इस फैसले से पूरी अर्थव्यवस्था को राहत मिलेगी. RBI के रिवर्स रेपो रेट में भी कमी का फैसला इंडस्ट्री के लिहाज से भी सही है. उम्मीद है कि RBI के इस कदम से रियल्टी सेक्टर, ऑटोमोबाइल सेक्टर, स्टील, सीमेंट आदि सेक्टरों को तुरंत राहत मिलेगी.

गरीबों के लिए हुआ है पैकेज का ऐलान

गौरतलब है कि 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों के लिए गुरुवार को 1.70 लाख करोड़ के स्पेशल पैकेज का ऐलान किया है. इस पैकेज के जरिए देश के किसान, मजदूर और महिला वर्ग के अलावा बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को राहत देने की कोशिश की गई है. लेकिन मिडिल क्लास के बारे में सरकार ने कुछ नहीं किया.

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